Adarsh's Thoughts
A deep dive into the mind of Adarsh Mangal. I post here what I don't post anywhere else.
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Saturday, 23 October 2021
साक़ी आओ और पिलाओ
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साक़ी आओ और पिलाओ वो जाम जो छलकता तुम्हारे हाथ मे और साथ मे तुम्हारी मतवाली चाल बलखाती तुम्हारी कमर और लहराते काले बाल होंठो में मध्धम हंसी आ...
Saturday, 9 October 2021
कुछ सवाल है मेरे, क्या जवाब दे पाओगी तुम?
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कुछ सवाल है मेरे, क्या जवाब दे पाओगी तुम? क्या साथ मेरा मेरी मौत तक निभा पाओगी तुम? वो जो कसमे हमने खाई थी, कही तोड़ तो नही दोगी? क्या वो सार...
1 comment:
ये दुनिया भी कितनी अजीब है
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ये दुनिया भी कितनी अजीब है अपना हो तो ठिक है दूसरे का हो तो उसका नसीब है यहाँ ना कोई किसी के करीब है जात पात, भेद भाव, ऊंच नीच यहां कोई अमीर...
अगर में तुमसे बिछड़ जाऊ तो क्या मुझे याद करोगी?
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अगर में तुमसे बिछड़ जाऊ तो क्या मुझे याद करोगी? बेफिक्र सी हो किस्मत का खेल समझ लोगी या मुझसे दुबारा मिलने की खुदा से फरियाद करोगी? वो किसी म...
अच्छा लगता था
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अच्छा लगता था सुबह दादाजी के साथ दूर तक सैर पर जाना दिन में आंगन में लगे घने बरगद के पेड़ की छाँव में सोना शाम को लकड़ी के चूल्हे पर सिकी गरम ...
किस हद तक चाहू में तुझे
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किस हद तक चाहू में तुझे फूलो की कलियों में तू दिखती रातो की गलियो में तू दिखती सुनसान सड़क के किनारो पर तू दिखती जहाँ कदम वहाँ निशानों में तू...
जहाँ भी हो, यादों में हो
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जहाँ भी हो, यादों में हो ख्वाबो में हो, खयालो में हो मेरे दिन में हो, रातो में हो सवालो में हो, जवाबो में हो मेरे हर सफर के रास्तों में हो उ...
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