Adarsh's Thoughts

A deep dive into the mind of Adarsh Mangal. I post here what I don't post anywhere else.

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Tuesday, 25 April 2023

कभी शौक से हमारे महखाने में वक्त गुजारने आना

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कभी शौक से हमारे महखाने में वक्त गुजारने आना थोड़ी शराब पीकर खराब दिन की सूरत सुधारने आना मिजाज़ कुछ उखड़ा उखड़ा रहता है तुम्हारा अपनो से रू...
Monday, 17 April 2023

भाग गई वो दूर, बहुत दूर

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उसके भागने से पहले ही रोक लेते एक बार सुन लेते उसकी बात और ये मत कहना की उसने बताया ही नहीं अनगिनत कोशिशें की थी उसने पर तुमने ध्यान ही नहीं...
Wednesday, 1 March 2023

ख़्वाहिश है तेरे प्यार में बदनाम हो जाउ

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ख़्वाहिश है तेरे प्यार में बदनाम हो जाउ जो तू ना मिले तो मैं गुमनाम हो जाउ इक नज़र जो तू देख ले इस नाचीज़ को तेरी आँखों से छलकता जाम हो जाउ सूर...
Monday, 16 May 2022

अप्सरा

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कान में झुमका होंठो पे लाली और छः गज़ के कपड़े में लिपटा उसका बदन जैसे अप्सरा सी वो मुस्कान लिए चली आ रही कमर को इस तरह मटकाते कि उसके हर कदम ...
1 comment:
Sunday, 1 May 2022

गर अमावस के चाँद को नहीं देखा तो क्या देखा

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गर अमावस के चाँद को नहीं देखा तो क्या देखा उसके जाने के बाद रास्ता नहीं देखा तो क्या देखा मतभेद, कहासुनी, रूठना-मनाना तो कहाँ नहीं होता उसके...

धर्मवीर भारती की गुनाहों का देवता की समीक्षा

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नमस्कार मित्रो, हाल ही में मैंने धर्मवीर भारती जी द्वारा लिखी गयी गुनाहों का देवता पढ़ी और दिल के जज़्बातों को छिन्न भिन्न कर देने वाली कहानी ...
2 comments:
Saturday, 12 February 2022

अब कहने को बचा ही क्या

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अब कहने को बचा ही क्या जो कहना था वो कह चुके अब तो रोया भी नही जाता जितने आँसू थे वो बह चुके तुम तो अब और दर्द ना दो हम बेइंतेहा दर्द सह चुक...
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Adarsh Mangal
A 24 year old melophile, aesthete and part-time CA Student
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