Adarsh's Thoughts

A deep dive into the mind of Adarsh Mangal. I post here what I don't post anywhere else.

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Saturday, 12 February 2022

अब कहने को बचा ही क्या

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अब कहने को बचा ही क्या जो कहना था वो कह चुके अब तो रोया भी नही जाता जितने आँसू थे वो बह चुके तुम तो अब और दर्द ना दो हम बेइंतेहा दर्द सह चुक...
Tuesday, 9 November 2021

बड़े अनुभवी इंसान लगते हो

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बड़े अनुभवी इंसान लगते हो होंठो की शबनम भरी मुस्कान के पीछे छुपी वो तन्हाई की शुष्कता को भली भांति भाँप लेते हो ये हुनर जन्मजात है तुम्हारा य...
Saturday, 23 October 2021

साक़ी आओ और पिलाओ

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साक़ी आओ और पिलाओ वो जाम जो छलकता तुम्हारे हाथ मे और साथ मे तुम्हारी मतवाली चाल बलखाती तुम्हारी कमर और लहराते काले बाल होंठो में मध्धम हंसी आ...
Saturday, 9 October 2021

कुछ सवाल है मेरे, क्या जवाब दे पाओगी तुम?

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कुछ सवाल है मेरे, क्या जवाब दे पाओगी तुम? क्या साथ मेरा मेरी मौत तक निभा पाओगी तुम? वो जो कसमे हमने खाई थी, कही तोड़ तो नही दोगी? क्या वो सार...
1 comment:

ये दुनिया भी कितनी अजीब है

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ये दुनिया भी कितनी अजीब है अपना हो तो ठिक है दूसरे का हो तो उसका नसीब है यहाँ ना कोई किसी के करीब है जात पात, भेद भाव, ऊंच नीच यहां कोई अमीर...

अगर में तुमसे बिछड़ जाऊ तो क्या मुझे याद करोगी?

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अगर में तुमसे बिछड़ जाऊ तो क्या मुझे याद करोगी? बेफिक्र सी हो किस्मत का खेल समझ लोगी या मुझसे दुबारा मिलने की खुदा से फरियाद करोगी? वो किसी म...

अच्छा लगता था

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अच्छा लगता था सुबह दादाजी के साथ दूर तक सैर पर जाना दिन में आंगन में लगे घने बरगद के पेड़ की छाँव में सोना शाम को लकड़ी के चूल्हे पर सिकी गरम ...
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Adarsh Mangal
A 24 year old melophile, aesthete and part-time CA Student
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