Saturday, 9 October 2021

ये वक़्त बेवक़्त होती बरसातें

ये वक़्त बेवक़्त होती बरसातें
और हर एक बूंद में तुम्हारी याद आना
यह कोई संयोग तो नहीं है
कुछ तो बात जरूर है जो
मेरा दिल मुझे नहीं बता रहा
जो मेरा मन चाहता है सुनने को
शायद मैं जानता हूँ
शायद ये तुम्हारे लिए मेरा प्यार है जो
बारिश की बूँदों में मुझे दिख रहा है
वो जब बारिश की बूंदे मेरी खिड़की पर
यूँ फिसलती है तो मेरा दिल भी फिसल जाता है
वो जब बारिश की बूंदे आवाज करती है तो
वो आवाज मुझे तुम्हारी आवाज सी मधुर लगती है
वो जब बारिश की बूंदे एक साथ मिल जाती है तो
उस छोटे से सरोवर में तुम्हारा ही अक्स ढूंढता हूँ
शायद ये तुम्हारे लिए मेरा प्यार है जो
बारिश की बूँदों में मुझे दिख रहा है

ये बारिश का मौसम भी बिल्कुल तुम्हारी तरह है
तुम्हारी ही तरह ये भी रूठ जाता है कई बार मुझसे
और फिर बारिश बंद हो जाती है
फिर मैं घण्टो इंतजार करता हूँ रहता हूँ कि
बारिश फिर से शुरू होगी और मैं इन बारिश की बूँदों में फिर से खो जाऊँगा जैसे
तुम्हारी आँखों मे, तुम्हारी आवाज में खो जाता हूँ
तुम्हारी ही तरह बारिश का मौसम भी मुझे रातभर सोने नही देता है
रातभर मैं बारिश की आवाज में इस कदर खोया रहता हूँ जैसे तुमसे बात करते वक़्त खो जाता हूँ

और फिर कुछ दिनों बाद ये मौसम भी उसी तरह चला जाता है जैसे तुम मुझसे दूर चली गयी थी
धीरे धीरे वक़्त के साथ आई हरयाली पतझड़ में बदल जाती है
और फिर से बारिश का इंतजार करती रहती है

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