Adarsh's Thoughts

A deep dive into the mind of Adarsh Mangal. I post here what I don't post anywhere else.

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Monday, 16 May 2022

अप्सरा

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कान में झुमका होंठो पे लाली और छः गज़ के कपड़े में लिपटा उसका बदन जैसे अप्सरा सी वो मुस्कान लिए चली आ रही कमर को इस तरह मटकाते कि उसके हर कदम ...
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Sunday, 1 May 2022

गर अमावस के चाँद को नहीं देखा तो क्या देखा

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गर अमावस के चाँद को नहीं देखा तो क्या देखा उसके जाने के बाद रास्ता नहीं देखा तो क्या देखा मतभेद, कहासुनी, रूठना-मनाना तो कहाँ नहीं होता उसके...

धर्मवीर भारती की गुनाहों का देवता की समीक्षा

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नमस्कार मित्रो, हाल ही में मैंने धर्मवीर भारती जी द्वारा लिखी गयी गुनाहों का देवता पढ़ी और दिल के जज़्बातों को छिन्न भिन्न कर देने वाली कहानी ...
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Saturday, 12 February 2022

अब कहने को बचा ही क्या

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अब कहने को बचा ही क्या जो कहना था वो कह चुके अब तो रोया भी नही जाता जितने आँसू थे वो बह चुके तुम तो अब और दर्द ना दो हम बेइंतेहा दर्द सह चुक...
Tuesday, 9 November 2021

बड़े अनुभवी इंसान लगते हो

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बड़े अनुभवी इंसान लगते हो होंठो की शबनम भरी मुस्कान के पीछे छुपी वो तन्हाई की शुष्कता को भली भांति भाँप लेते हो ये हुनर जन्मजात है तुम्हारा य...
Saturday, 23 October 2021

साक़ी आओ और पिलाओ

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साक़ी आओ और पिलाओ वो जाम जो छलकता तुम्हारे हाथ मे और साथ मे तुम्हारी मतवाली चाल बलखाती तुम्हारी कमर और लहराते काले बाल होंठो में मध्धम हंसी आ...
Saturday, 9 October 2021

कुछ सवाल है मेरे, क्या जवाब दे पाओगी तुम?

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कुछ सवाल है मेरे, क्या जवाब दे पाओगी तुम? क्या साथ मेरा मेरी मौत तक निभा पाओगी तुम? वो जो कसमे हमने खाई थी, कही तोड़ तो नही दोगी? क्या वो सार...
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Adarsh Mangal
A 24 year old melophile, aesthete and part-time CA Student
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